Monday 29 February 2016

बीपीओ ने दर्ज कराया सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी पर धोखाधड़ी का केस

बीपीओ ने दर्ज कराया सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी पर धोखाधड़ी का केस

नई दिल्ली. दुनिया का सबसे सस्ता स्मार्टफोन बनाने का दावा करने वाली रिंगिंग बेल्स कंपनी पर एक बीपीओ कंपनी ने धोखाधड़ी और बकाया पेमेंट न करने का शिकायत दर्ज कराई है। रिंगिंग बेल्स ने 16 फरवरी को ‘फ्रीडम 251’ की बुकिंग के लिए कस्टमर कॉल्स के लिए ‘सायफ्यूचर’ बीपीओ को हायर किया था। बिना नोटिस के खत्म कर दिया कॉन्ट्रैक्ट...

- सायफ्यूचर के सीईओ अनुज बैरठी ने शुक्रवार को दिल्ली के गौतम बुद्ध नगर थाने में रिंगिंग बेल्स के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।

- अनुज ने बताया, "मैं नोएडा फेज-2 थाने में रिंगिंग बेल्स के सीईओ मोहित कुमार गोयल के खिलाफ केस दर्ज कराने गया था। लेकिन पुलिस ने वहां मुझसे कहा कि एसएसपी या एसपी की परमिशन के बाद ही एफआईआर दर्ज की जा सकेगी। इसलिए मैंने फर्स्ट स्टेप के तहत शिकायत दर्ज कराई है।"

- बीपीओ का कहना है कि रिंगिंग बेल्स ने 25 लाख रुपए का पेमेंट नहीं किया है।

- दूसरी ओर, गोयल ने अनुज के आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट खत्म करने से पहले बीपीओ को 7.6 लाख रुपए दिए गए हैं। लेकिन उनकी सर्विस क्वालिटी खराब थी।

- गोयल ने कहा- "एग्रीमेंट में साफ लिखा गया था कि अगर हम उनकी सर्विस क्वालिटी से सैटिस्फाइड नहीं होंगे तो बिना नोटिस दिए भी कॉन्ट्रैक्ट रद्द किया जा सकता है।"

- गोयल के मुताबिक, हमारे करीब दस हजार कस्टमर्स ने बीपीओ की शिकायत की थी। हमने भी जांच के दौरान पाया कि इतने बड़े प्रोजेक्ट के लिए सायफ्यूचर ने केवल 40 लोगों का स्टाफ रखा था। जबकि वादा उन्होंने 100 लोगों का किया था।

क्या है रिंगिंग बेल्स का प्लान?

- गोयल के मुताबिक, इतनी शिकायतों के बाद हमने कॉन्ट्रैक्ट रद्द किया और अब हम किसी दूसरे बीपीओ से कॉन्ट्रैक्ट करने की कोशिश कर रहे हैं।

- वहीं, सायफ्यूचर का कहना है कि उनके पास 12 लाख लोगों के फोन आए थे। इतने कॉल्स को हैंडल करना नामुमकिन है। कंपनी का ये भी कहना है कि कॉन्ट्रैक्ट के वक्त उन्हें फ्रीडम-251 की लॉन्चिंग के बारे में नहीं बताया गया था।

- सायफ्यूचर का कहना है कि 12 लाख कॉल्स को हैंडल करने के लिए तो कम से कम 3 हजार लोगों का स्टाफ चाहिए।

- सायफ्यूचर के सीईओ कह रहे हैं कि अब कॉल ट्रैफिक कम हो गया है, क्योंकि लोग समझ गए हैं कि रिंगिंग बेल्स उन्हें मूर्ख बना रही है।

- रिंगिंग बेल्स के मुताबिक, बीपीओ एफआईआर के जरिए उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश कर रहा है।

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